गेल (इंडिया) लिमिटेड, राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के हित में प्राकृतिक गैस और इसके अंशों के मितव्ययी और प्रभावी उपयोग में तीव्रता लाने और वृद्धि करने के उद्देश्य सहित पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (पीएसयू) है ।
80 के दशक के अंत में गैस ट्रांसमिशन कंपनी के रूप में प्रारंभ हुई कंपनी गेल, 11,000 किलोमीटर से अधिक प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों के एक बड़े नेटवर्क; 2,000 किमी से अधिक लंबाई की 2 एलपीजी पाइपलाइन; लगभग 1.3 एमएमटीपीए की संयुक्त उत्पादन क्षमता वाले एलपीजी और अन्य तरल हाइड्रोकार्बन के उत्पादन के लिए छः गैस प्रोसेसिंग संयंत्र, और 810,000 टीपीए क्षमता वाला गैस आधारित एकीकृत पेट्रोकेमिकल संयंत्र के साथ एक बृहद कंपनी बन चुकी है । ब्रह्मपुत्र क्रैकर और पॉलिमर लिमिटेड (बीसीपीएल) में भी कंपनी का 70% हिस्सा है, जिसने असम में 280,000 टीपीए क्षमता का पॉलीमर संयंत्र स्थापित किया हैं । इसके अलावा, गेल ओएनजीसी पेट्रो-एडिशन लिमिटेड (ओपाल) का सह-प्रमोटर है, जो गुजरात राज्य में दहेज में 1.4 एमएमटीपीए पॉलीमर क्षमता के एक ग्रीन फील्ड पेट्रोकेमिकल परिसर को कार्यान्वित कर रहा है। कंपनी ने म्यांमार में 2 ब्लॉकों सहित 10 ईएंडपी ब्लॉकों में भागीदारी हित के साथ एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन व्यवसाय को अपस्ट्रीम को एकीकृत किया है । गेल ने भारत और विदेशों में भी उच्च वृद्धि वाले रीटेल सिटी गैस वितरण कारोबार को भी डाउनस्ट्रीम के साथ एकीकृत किया है ।
वर्तमान में गेल हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में गैस और भविष्य पर फोकस के साथ एक एकीकृत ऊर्जा कंपनी बन गई है ।
गेल की पांच अन्य देशों में उपस्थिति है । कंपनी की यूएसए में पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, गेल ग्लोबल (यूएसए) इंक (जीयूआईआई) है, जिसने ईगल फोर्ड शेल एकरीज में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए कैरिजो ऑयल एंड गैस इंक के साथ एक संयुक्त उद्यम बनाया है । इसके अलावा, कंपनी ने डोमिनियन कोव प्वाइंट एलएनजी की लिक़्विफैक्शन परियोजना में 2.3 एमएमटीपीए क्षमता आरक्षित की है और डब्लूजीएल मिडस्ट्रीम इंक के साथ संबंधित मात्रा में प्राकृतिक गैस की खरीद के लिए गैस विक्रय एवं क्रय समझौते (जीएसपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं ।
गेल की दूसरी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी अर्थात गेल ग्लोबल (सिंगापुर) पीटीई लिमिटेड एलएनजी और पेट्रोकेमिकल्स में व्यापार करने और विदेश में निवेश करने के लिए सिंगापुर में स्थित है । गेल की साउथ ईस्ट एशिया गैस पाइपलाइन कंपनी (एसईएजीपी) में लगभग 4.2% इक्विटी भागीदारी है जो इन ब्लॉकों से म्यांमार से चीन तक गैस का संचरण कर रही है । गेल ने इजिप्ट और चीन में एक डाउनस्ट्रीम व्यवसाय की दो कंपनियों में निवेश किया है ।
गेल ने सबाइन पास लिक्विफैक्शन टर्मिनल परियोजना, यूएसए से 3.5 लाख टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) की खरीद के लिए सबाइन पास लिक्विफैक्शन एलएलसी के साथ दीर्घकालिक एलएनजी विक्रय एवं क्रय समझौते पर हस्ताक्षर किए है और गैज़प्रोम मार्केटिंग एंड ट्रेडिंग सिंगापुर के साथ रूस से 2.5 एमएमटीपीए एलएनजी की आपूर्ति के लिए दीर्घकालिक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं ।
गेल ने तुर्कमेनिस्तान से ट्रांसनेशनल पाइपलाइन के माध्यम से 38 एमएमएससीएमडी प्राकृतिक गैस के स्रोत के लिए एक जीएसपीए पर हस्ताक्षर किए हैं । गेल अब तापी पाइपलाइन कम्पनी लिमिटेड (टीपीसीएल) का एक इक्विटी पार्टनर है जो तुर्कमेनिस्तान से ट्रांसनेशनल पाइपलाइन परियोजना के लिए बनाई गई है ।
पूर्वी भारत में किफायती मूल्य पर स्वच्छ और गुणवत्तायुक्त ऊर्जा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भारत सरकार (जीओआई) ने जगदीशपुर-हल्दिया तथा बोकारो-धामरा (जेएचबीडीपीएल) की 2619 किलोमीटर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना, जो पूर्वी भारत में ऊर्जा गंगा नाम से लोकप्रिय है, के निष्पादन को आक्रमकता के साथ प्रोत्साहित किया है, । जेएचबीडीपीएल पर 12940 करोड़ रुपये के निवेश के साथ कार्य किया जा रहा है और इसके 2018-2020 तक विभिन्न चरणों में पूरा होने की योजना है । जेएचबीडीपीएल 49 जिले और 2270 गांव को शामिल करके पांच राज्यों अर्थात् उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेगी ।