गेल में स्टार्ट-अप

‘स्टार्ट अप इंडिया’ भारत सरकार की प्रमुख पहलों में से एक है । यह देश में नवाचार और स्टार्ट-अप के पोषण के लिए एक मजबूत इको-सिस्टम बनाने का इरादा रखता है, जिससे सतत् आर्थिक विकास प्राप्त हो और रोजगार के अवसर पैदा हो सकें । सरकार की नीतियां भी वित्‍तीय प्रोत्‍साहन प्रदान कर स्‍टार्ट-अप का उत्‍साहवर्धन कर रही हैं।

गेल भारत सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देने और दीर्घकालिक लाभों के लिए स्टार्ट-अप में निवेश करने का इरादा रखता है ।

गेल ने स्टार्ट-अप में निवेश करने के लिए रु.50 करोड़ का कोष बनाया है । हमारा मिशन स्टार्ट-अप की पहचान, निवेश और पोषण करना है जो लंबे समय तक सफल कंपनियों के रूप में चल सकें हैं और इस विविधता से लाभप्रद मुनाफा प्रदान कर सकें ।

गेल ने अब तक प्रार्थनापत्र प्राप्‍त करने के 3 चरण किए हैं और निवेश हेतु 26 स्टार्ट-अप की पहचान की गई है ।

प्रार्थनापत्र आमंत्रित करने का यह चरण अक्टूबर 10, 2018 से अक्टूबर 30, 2018 तक खुला है ।

स्‍टार्ट-अप फंडिंग के लिए चयन प्रक्रिया:

  1. पात्रता स्क्रीनिंग
  2. लघुसूचीयन
  3. मूल्यांकन
  4. अनुमोदन
  1. स्टार्ट-अप इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र कार्यरत होना चाहिए।
  2. गेल केवल डिपार्टमेंट ऑफ इण्‍डस्ट्रियल पॉलिसी एण्‍ड प्रमोशन (डीआईपीपी) के द्वारा स्टार्ट-अप के रूप में मान्‍यता प्राप्‍त संस्थाओं के प्रस्ताव पर फंडिंग के लिए विचार करेगी। वर्तमान में, पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं:
    1. सस्‍था के गठन/पंजीकरण की तारीख से सात साल तक (दस साल, जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्‍टार्ट-अप के मामले में)
    2. किसी भी वित्तीय वर्ष में कारोबार रु.25 करोड़ से अधिक न हो, और
    3. यह तकनीकी या बौद्धिक संपदा द्वारा संचालित नवाचार, विकास, तैनाती या नई उत्पाद, प्रक्रियाओं या सेवाओं के व्यावसायीकरण की दिशा में काम कर रहा हो।
  3. बशर्ते कि पहले से मौजूद एक व्यवसाय के बंटवारे या पुनर्निर्माण द्वारा बनाई गई ऐसी इकाई को 'स्टार्ट-अप' नहीं माना जाएगा । एक प्रोपराइटरशिप या पब्लिक लिमिटेड कंपनी स्टार्ट-अप के रूप में पात्र नहीं है।
  4. इसके अलावा, निम्नलिखित पात्रता मानदंड भी पूरा किया जाना चाहिए: स्टार्ट-अप किसी भी सरकारी संस्था या किसी इनक्‍यूबेशन केंद्र द्वारा ब्‍लैक लिस्‍ट नहीं किया होना चाहिए । प्रमोटर के विरुद्ध भारत के किसी भी न्यायालय में कोई भी अपराधिक मामला लंबित नहीं होना चाहिए । इस संबंध में एक घोषणा प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
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स्टार्ट-अप प्रस्तावों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए निम्नलिखित मानदंड का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव है:

  1. तकनीकी संभाव्‍यता
  2. मापनीयता
  3. प्रमुख टीम सदस्यों की प्रोफ़ाइल
  4. संस्थापक की प्रोफाइल
  5. शामिल जोखिम और उनसे बचाव की योजनाएं
  6. वित्तीय रिटर्न
  7. मार्केट साइज और ग्रोथ रेट
  8. पेटेंटेबिलिटी

इस उद्देश्य के लिए विशेष रूप से गठित समिति के माध्यम से गेल शीर्ष वरीयताप्राप्‍त शॉर्टलिस्ट प्रस्तावों का मूल्यांकन करेगा। समिति में उस क्षेत्र के बाह्य विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा ।

समिति मूल्यांकन करने के लिए स्टार्ट-अप के साथ प्रस्तावों पर चर्चा करेगी। समिति मूल्यांकन के लिए निम्नलिखित व्यापक मानदंडों का उपयोग करेगी:

  1. क्या प्रस्ताव अनूठा है
  2. लक्षित बाजार की पहचान
  3. संस्थापक और टीम
  4. विपणन और वितरण
  5. इसी तरह की परियोजनाओं में महत्वपूर्ण प्रतियोगी
  6. स्टार्ट-अप फाइनेंशियल
  7. स्टार्ट-अप का भविष्य का रोड मैप
  8. परियोजना में शामिल शुरुआती जोखिम
  9. गेल से प्राप्‍त होने वाली निधियों के इस्तेमाल की योजना
  10. स्टार्ट-अप से बाहर निकलने का परिदृश्य

समिति माइलस्‍टोन, भुगतान की शर्तों, वित्तपोषण विकल्प आदि पर भी चर्चा करेगी। इसके बाद समिति अपनी सिफारिशें गेल को सौंप देगी।

गेल द्वारा अनुदान के प्रारंभ से पहले स्टार्ट-अप को एक समझौते पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता होगी। समझौते का मसौदा, जब स्टार्ट-अप को समिति के साथ चर्चा के लिए बुलाया जाता है, प्रदान किया जाएगा। समिति के साथ बैठक के दौरान इन खंडों को भी अंतिम रूप दिया जाएगा।

गेल वित्त पोषण से पहले स्टार्ट-अप संस्था का तीसरे पक्ष से अपनी लागत पर मूल्यांकन कराएगा ।

अनुमोदन के बाद, गेल स्टार्ट-अप की सूचना देने वाले गेल के निर्णय के लिए लेटर ऑफ स्वीकृति (एलओए) भेजेगा। LOA में वित्त पोषण अनुमोदन की मुख्य विशेषताओं जैसे धनराशि, माइलस्‍टोन आदि तथा निवेश समझौते को शामिल किया जाएगा ।

स्टार्ट-अप के समझौते के साथ स्वीकृति के एक टोकन के रूप में LOA की हस्ताक्षरित प्रति प्रस्तुत करने के बाद फंडिंग शुरू होगी।

नोट:- गेल स्‍टार्ट-अप द्वारा प्रस्तुत सूचना को पूरी तरह से गोपनीय रखेगा।